मैने सोचा चलो किसी न किसी का भला कर देते हैं कोई न कोई मजबूर बेबस लोग होते हैं, (Dehli gams harof)
मुझे क्या पता की सब के सब बेईमान निकलेंगे,4 लोग बेवकूफ बना रहे थे की अभी आ रहा है पैसा खिवाल ने दिया नही,तुम लोगो को बेइमानी का पैसा पछता है,वोह कमाओ ईमानदारी तुम लोगो के खून में ही नही है,भला करते करते खुद के दिमाग का दही हो जायेगा,लेकिन कोई भी कदर नही करेगा हमारी,आज के बाद किसी को बिना पैसे के गेम नही मिलेगा, जाओ उन लोगो के पास जो तुमसे एडवांस लेते हैं फिर भी उनकी पास नही होती और उनको 4 बातें बोल कर चुप हो जाते हो,वही अच्छे लोग हैं,मैं तो हूं ही बेवकूफ इंसान,कहा बेईमान लोगो का भला करने निकला था